विजय कुमार सिन्हा,
देवघरः एंकर देवघर के सारवा प्रखंड के भंडारों पंचायत के किसानों को जेठवा फसल की खेती कर रहे सैकड़ों किसान को इन दिनों लाखों रुपए का नुकसान हुआ है देवघर में हुए पिछले दो दिनों की बारिश ने उनके चेहरे को मायूसी में तब्दील कर दिया है सबसे ज्यादा टमाटर की खेती कर रहे किसान भाइयों को हुआ है किसान तिवारी प्रसाद वर्मा की माने तो पूरी पूंजी उन्होंने अपनी खेती करने में लगा दी लेकिन वह लकी बारिश ने उन्हें आत्महत्या करने को विवश कर दिया है.
विडंबना यह है कि झारखंड सरकार के कृषि मंत्री रणधीर सिंह इसी जिला के रहने वाले हैं अपने ही घरों में किसानों को आत्महत्या करने को मजबूर कर दिया किसानों ने लगातार अपने फसल का बीमा भी कराया है लेकिन सरकार ने किसानों पर से ध्यान ही हटा दिया है एक वर्मा की कहानी नहीं है इस क्षेत्र में सैकड़ों किसान भाई ऐसे हैं जिन्हें इस प्रकार की समस्या से दो-चार होना पड़ रहा है.
लेकिन क्षेत्र में कृषि मंत्री रहे रणधीर सिंह ने उनके लिए कुछ नहीं किया कहने को तो झारखंड के कृषि मंत्री हैं लेकिन किसानों की आंसू देख कर तो आप अंदाजा लगाइए कि क्या कृषि मंत्री रणधीर सिंह इन किसान भाइयों के लिए बीमा राशि का मुआवजा दिलवाया है दूसरी सबसे बड़ी बात है इस पूरे क्षेत्र में सैकड़ों एकड़ जमीन है सभी पर किसानों ने कुछ ना कुछ फसल उगाते हैं सभी ने फसल बीमा भी करवाया था लेकिन किसी भी किसान भाई को आज तक उसका मुआवजा नहीं मिला है.
गेहूं की खेती कर किसान भाइयों को भी यही समस्या है पूरा गेहूं का खेत बर्बाद हो चुका है बर्बादी ने उनके कमल को तोड़ कर रख दिया लेकिन की सुनने वाला कौन आधे से अधिकतर किसान ने बैंक से कर्ज ले रखा है फसल तो बर्बाद हो चुका है उनके बैंक से लिए हुए उनके सामने सबसे बड़ी समस्या है महिलाएं भी घर को छोड़कर अपनी फसल को चुनने में लग गई है अब उनके बर्बाद हुए टमाटर को लेगा कौन यह भी सबसे बड़ी समस्या है।